सोमवार, 1 अक्तूबर 2018

नवरात्रि में करें दुर्गा जी के इन 32 चमत्कारी नामों के स्तोत्र का पाठ बरसेगी माँ की कृपा

  दोस्तों जीवन की भागदौड़ में हम ईश्वर को याद करना भूल जाते हैं या हमारे पास समय नहीं होता कि हम ईश्वर को याद कर सकें। अपने सुखमय जीवन में हम अपने परिवार मित्रों सगे संबधियों में खोए रहते हैं किन्तु जब हमें कष्ट आता है जब सारे मार्ग बंद हो जाते हैं तो हम अपनी माँ या अपने ईश्वर को याद करते हैं तब हमें कोई और सहारा नजर नहीं आता है। 
  ठीक वैसे ही जब महिषासुर से सभी देवताओं ने हार मान ली तब सब ने देवी दुर्गा से महिषासुर का वध करने का आग्रह किया क्योंकि उसे ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त था कि उसकी मृत्यु किसी भी देवता, दानव या अन्य से नहीं बल्कि एक स्त्री के हाथों से होगी |
  तब देवताओं की विनती स्वीकार कर माँ दुर्गा ने महीषासुर का वध किया। इसके पश्चात् सभी देवों ने माँ की कृपा प्राप्त करने के लिए सरल साधन पूँछा तब माँ ने अपने चमत्कारी 32 नामों का पाठ करने का उपाय बताया। दुर्गा जी के 32 नामों की माला का जाप बहुत ही सरल और शीघ्र फलदायी है। जो इस प्रकार है -

 ॐ दुर्गा, दुर्गतिशमनी, दुर्गाद्विनिवारिणी, दुर्ग मच्छेदनी, दुर्गसाधिनी, दुर्गनाशिनी, दुर्गतोद्धारिणी, दुर्गनिहन्त्री, दुर्गमापहा, दुर्गमज्ञानदा, दुर्गदैत्यलोकदवानला, दुर्गमा, दुर्गमालोका, दुर्गमात्मस्वरुपिणी, दुर्गमार्गप्रदा, दुर्गम विद्या, दुर्गमाश्रिता, दुर्गमज्ञान संस्थाना, दुर्गमध्यान भासिनी, दुर्गमोहा, दुर्गमगा, दुर्गमार्थस्वरुपिणी, दुर्गमासुर संहंत्रि, दुर्गमायुध धारिणी, दुर्गमांगी, दुर्गमता, दुर्गम्या, दुर्गमेश्वरी, दुर्गभीमा, दुर्गभामा, दुर्लभा, दुर्गोद्धारिणी नामावली ममायास्तु दुर्गया मम मानसः पठेत् सर्व भयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः
  दोस्तों अगर आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे लाइक करें कमेंट करें और सनातन धर्म के बारे में और जानने के लिए हमें फॉलो करें।

    

नवरात्रि में करें दुर्गा जी के इन 32 चमत्कारी नामों के स्तोत्र का पाठ बरसेगी माँ की कृपा

  दोस्तों जीवन की भागदौड़ में हम ईश्वर को याद करना भूल जाते हैं या हमारे पास समय नहीं होता कि हम ईश्वर को याद कर सकें। अपने सुखमय जीवन...